दिल्ली मुख्यमंत्री झुग्गी झोपड़ी आवास योजना क्या है? Delhi Mukhyamantri Jhuggi Jhopdi Awas Yojana 2022

नमस्कार दोस्तों अगर आप दिल्ली के वासी है और आप झुग्गी झोपड़ी में रहते है तो आपको Delhi Mukhyamantri Jhuggi Jhopdi Awas Yojana के बारे में जरुर पढना चाहिए| अगर आप मुख्यमंत्री झुग्गी झोपड़ी आवास योजना क्या है और इसके क्या फायदे है जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा आवश्य पढ़े|

दिल्ली मुख्यमंत्री झुग्गी झोपड़ी आवास योजना क्या है Delhi Mukhyamantri Jhuggi Jhopdi Awas Yojana 2022

मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल जी के द्वारा 24 December 2019 दिल्लीवासियों के लिए दिल्ली मुख्यमंत्री झुग्गी झोपड़ी आवास योजना की शुरुवात किया है| जिसका उदेश्य झुग्गीवासियों के लिए पक्के मकान का प्रवधान करना|

श्री अरविन्द केजरीवाल जी ने जून 2020 में एक सर्वे कराया था और उसके बाद एक Tweet किया था-

आज 65,000 झुग्गी परिवारों को सर्टिफिकेट दिया गया। बाक़ी सर्वे चल रहा है। झुग्गी के पड़ोस में पक्का मकान बनाकर दिया जाएगा और तब तक उनकी झुग्गी को तोड़ा नहीं जाएगा। दिल्ली के हर नागरिक के लिए इज्जत की जिंदगी मिल सके इसलिए हम हर प्रयास कर रहे हैं|

दिल्ली मुख्यमंत्री झुग्गी झोपड़ी आवास योजना का उद्देश्य

सर्वेक्षण का प्राथमिक उद्देश्य उन लोगों की संख्या स्थापित करना है जो MMAY के संभावित लाभार्थी हैं, और उनको 5 KM के दायरे में दूसरा पक्का मकान आवंटित करना है|

दिल्ली मुख्यमंत्री झुग्गी झोपड़ी आवास योजना के मुख्य फायदे

  • दिल्ली मुख्यमंत्री झुग्गी झोपरी आवास योजना के अंतर्गत इस योजना के माध्यम से सभी गरीब पिछड़े वर्गों को रहने के लिए पक्के मकान उपलब्ध कराए जाएं।
  • मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के अनुसार झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले 65 हजार परिवारों को प्रमाण-पत्र बांटे गए और उन्हें शीघ्र ही पक्के मकान दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री झुग्गी झोपड़ी आवास योजना 2022 के लाभ [Delhi Mukhyamantri Jhuggi Jhopdi Awas Yojana ke fayde]

  • अगर आप झुग्गी झोपरी में रहते है तो आपकी दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के द्वारा ऑडिट की जाएगी | अगर आप उस योजना के अंतर्गत आते है तो आपको 5 KM के दायरे में पक्के मकान आवंटित किये जायेंगे|
  • डीयूएसआईबी ने एक तीसरे पक्ष को नियुक्त किया है, जिसके स्वयंसेवक केंद्रीय डेटाबेस पर सर्वेक्षण किए गए लोगों के दस्तावेज अपलोड कर रहे हैं।
  • सर्वेक्षण में राष्ट्रीय राजधानी में 675 स्लम क्लस्टर शामिल होंगे।

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